Harikatha

महामंत्र

 महाप्रभु ने श्रीचैतन्यचरितामृत और श्रीचैतन्य भागवत – इन दोनों ही ग्रंथों में “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।” इस सोलह नाम और बत्तीस अक्षर वाले हरिनाम महामन्त्र को जीव मात्र को ग्रहण करने का उपदेश दिया है। श्रीगोपालगुरु गोस्वामीजी ने महामन्त्र के सोलह नामों के अर्थ इस प्रकार किए हैं-

‘हरि’ शब्द का उच्चारण करने से दूषित अन्तःकरण वाले व्यक्तियों के सारे पाप दूर हो जाते हैं। जिस प्रकार अनजाने में अनिच्छापूर्वक भी अग्नि का स्पर्श होने पर वह स्पर्श करने वाले को दग्ध कर देती है, उसी प्रकार अनिच्छापूर्वक भी ‘हरि’ शब्द का उच्चारण करने पर समस्त पाप जलकर भस्म हो जाते हैं। उक्त हरिनाम चिद्घनानन्द विग्रहरूप भगवत्-तत्त्व का प्रकाश कर अविद्या एवं उसके कार्य को ध्वंस करते हैं, इसी कार्य के लिए ‘हरि’ यह अक्षरात्मक नाम आविर्भूत हैं। अथवा स्थावर-जंगम समस्त प्राणियों के तीनों तापों का हरण (नष्ट) करने के कारण ‘हरि’ इस नाम का अविर्भाव है अथवा अप्राकृत सद्गुण श्रवण एवं कथन के द्वारा सम्पूर्ण विश्ववासियों के मन को हरण करते हैं। अथवा अपने कोटि-कन्दर्प लावण्य एवं माधुर्य के द्वारा सम्पूर्ण जीवों के और अवतारों के चित्त को भी हरण कर (चुरा) लेते हैं। इस ‘हरि’  शब्द के सम्बोधन में ‘हरे’ शब्द का प्रयोग हुआ है। ब्रह्मसंहिता के मतानुसार ‘हरे’ शब्द का बड़ा ही चमत्कारपूर्ण एवं अपूर्व अर्थ पाया जाता है। वह अर्थ इस प्रकार है – जो अपने रूप, माधुरी एवं प्रेम-वात्सल्यादि द्वारा उपरोक्त श्रीहरि के मन को भी हरण कर लेती हैं, उन श्रीवृषभानुनन्दिनी श्रीमती राधिकाजी का नाम ही ‘हरा’ है। श्रीमती राधिका के इस ‘हरा’ नाम के सम्बोधन में ‘हरे’ शब्द का प्रयोग हुआ है।

‘कृष्ण’ शब्द का अर्थ आगम के मतानुसार इस प्रकार है – ‘कृष्’ धातु में ‘ण’ प्रत्यय के योग से जो ‘कृष्ण’ शब्द होता है, वह आकर्षक, आनन्दस्वरुप कृष्ण ही परब्रह्म हैं। कृष्ण शब्द के सम्बोधन में ‘कृष्ण’ है। आगम में इस प्रकार कहा गया है – हे देवि! ‘रा’ शब्द के उच्चारण करने से समस्त पापसमूह (मुख के द्वार से) निकल जाते हैं और पुनः प्रवेश न कर पाने से ‘म’ कार रूप कपाट से युक्त राम-नाम हैं। पुराण में और भी कहा गया है कि वैदग्धिसार-सर्वस्व मूर्त्तिलीलाधिदेवता जो श्रीमती राधिका के साथ नित्य रमण करते हैं, वे ही ‘राम’ शब्द-वाच्य कृष्ण हैं। भजन-क्रिया के विचार से प्रत्येक नामों के अर्थ प्रदर्शित होंगे।