दुःख का कोई वास्तव अस्तित्व नहीं है। दु:ख की अनुभूति एक स्वप्न की भांति है। जब हम श्रीकृष्ण से अपने सम्बन्ध को भूल जाते हैं तब दु:खों से ग्रस्त हो जाते हैं। शुद्ध भक्त, निरंतर श्रीकृष्ण-स्मरण के कारण दुःख की अनुभूति रूपी इस स्वप्न से परे होते हैं।
100 Years in Celebration
Birth Centennial Annual of Om Vishnupad 108 Sri Srimad Bhakti Ballabh Tirtha Goswami Maharaj, Acharya of Sree Chaitanya Gaudiya Math (Regd.)
11 दिसम्बर, 2024
मोक्षदा एकादशी का व्रत।
12 दिसम्बर, 2024
प्रातः 9:45 से पेहले पारण।