श्रील बलदेव विद्याभूषण प्रभु जी के आविर्भाव के समय और स्थान के सम्बन्ध में निश्चित रूप से कुछ नहीं जाना जाता। ऐतिहासिक लोग महापुरुषों के स्थान, समय के निर्धारण के सम्बन्ध में ध्यान दें तो इन सब विषयों का अभाव दूर हो सकता है। श्रील बलदेव विद्याभूषण प्रभु जी के पावन चरित्र के सम्बन्ध में … Continue reading श्रील बलदेव विद्याभूषण
“महेश पण्डितः श्रीमन् महाबाहुर्ब्रजे सखा” (गौ॰ ग॰ दी॰ 129) ये द्वादश गोपालों में से एक ‘महाबाहुसखा’ नाम के सखा हैं। पहले इनका श्रीपाट जिराट के पूर्व की तरफ मसिपुर … Continue reading श्रील महेश पण्डित
श्रील सुन्दरानन्द ठाकुर श्री कृष्ण लीला में द्वादश गोपालों में से एक हैं।‘पुरा सुदाम- नामासीद् अद्य ठक्कुर:।’ –गौ. ग. 127 “प्रेमरस समुद्र सुन्दरानन्द नाम । नित्यानन्द स्वरूपेर पार्षद प्रधान ॥” इनका श्रीपाट यशोहर ज़िलेके अंतर्गत महेशपुर ग्राम में है जो कि माजदिया रेल्वे स्टेशन से 14 मील पूर्व की ओर अवस्थित है। पास में ही … Continue reading श्रील सुन्दरानन्द ठाकुर
‘नित्यानन्द- प्रियभृत्य पण्डित धनन्जय । अत्यन्त विरक्त सदा कृष्ण प्रेममय ॥ चे च आ 11/31 श्रीमन्नित्यानन्द जी के प्रिय सेवक धनन्जय पण्डित अत्यन्त विरक्त स्वभाव के थे एवं सदा कृष्ण प्रेम में मस्त रहते थे। श्री नित्यानन्द प्रभु जी के प्रिय पार्षद श्री धनन्जय पण्डित श्री कृष्ण लीला में बलदेव जी के प्रिय व द्वादश … Continue reading श्री धनन्जय पण्डित
सुबलो य: प्रिय श्रेष्ठ: स गौरीदास पण्डित: । (गौ.ग. 128) श्रीगौरीदास पण्डित द्वादश गोपालों के अन्तर्गत श्रीसुबल सखा थे। ये श्रीनित्यानन्द प्रभु जी के अन्यतम मुख्य पार्षदों में से एक थे – “गौरीदास पण्डित परम भाग्यवान । काय मनो वाक्ये नित्यानन्द याँर प्राण ॥” (चै.भा.आ. 5/730) पहले ये मुरागाछा स्टेशन के समीपवर्ती शालिग्राम नामक गाँव … Continue reading श्रीगौरीदास पण्डित
श्रील वंशीदास बाबा जी महाराज श्रील वंशीदास बाबाजी महाराज अवधूत परम हंस वैष्णव थे। पूर्वबंग (अभी बंगलादेश) में मैमन सिंह ज़िले में जामालपुर के पास मजिदपुर ग्राम में बाबाजी आविर्भूत हुये थे। इनके माता पिता जी के परिचय के विषय में कोई जानकारी नहीं है। साप्ताहिक ‘गौड़ीय’ पत्रिकाओं में प्रकाशित बाबा जी महाराज के अलौकिक … Continue reading श्रील वंशीदास बाबा जी महाराज
श्रील रघुनन्दन ठाकुर व्यूहस्तृतीय: प्रद्युम्न: प्रियनर्म सखो¿भवत् । चक्रे लीला सहायं यो राधा माधवयोर्व्रजे । श्रीचैतन्याद्वैत तनु: स एव रघुनन्दन: । (गौर. ग. 70) प्रद्युम जी तृतीय व्यूह के हैं। इन्होंने कृष्ण के प्रियनर्म सखा होकर व्रज में श्रीराधामाधव जी की लीला में सहायता की थी। वे प्रद्युम जी ही इस समय श्रीचैतन्य के अभिन्न … Continue reading श्रील रघुनन्दन ठाकुर
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त्रिविक्रम– 23, 8 - जून - बुधवार
श्रील बलदेव विद्याभूषण जी का तिरोभाव।
त्रिविक्रम– 24, 9 - जून - गुरुवार
श्रीश्रीगंगा देवी का आविर्भाव। श्रीश्रीगंगापूजा। दशहरा। श्रीश्रीगंगा माता गोस्वामिनी जी का तिरोभाव।
त्रिविक्रम– 25, 10 - जून - शुक्रवार
पाण्डवा निर्जला एकादशी-उपवास। (द्वादशी- शुक्रवार रात्रि 01:31 से शनिवार रात्रि 11:57 तक; तुलसी चयन निषेध)।
त्रिविक्रम– 29, 14 - जून - मंगलवार
श्रीश्रीजगन्नाथदेव जी की स्नान यात्रा। पूर्णिमा। श्रील मुकुन्द दत्त (दाँइहाट) एवं श्रील श्रीधर पण्डित ठाकुर का तिरोभाव।